29 जनवरी 2020: मध्य प्रदेश के पशुपालन मंत्री श्री लाखन सिंह यादव ने वैज्ञानिकों से कहा है कि पौष्टिक और स्वादिष्ट हरा चारा उत्पादन की तकनीक विकसित करें। श्री यादव प्रशासन अकादमी में चारा उत्पादन अनुसंधान एवं संरक्षण विषय पर आयोजित कार्यशाला में कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री श्री यादव ने कहा कि प्रदेश में सूखा चारा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है परंतु हरे चारे का उत्पादन आवश्यकता की तुलना में लगभग 45 प्रतिशत कम है। उन्होंने कहा कि अच्छे पौष्टिक उत्पादन के लिए पशुओं को पौष्टिक आहार दिया जाना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी उन्नत नस्ल के पशुओं की पैदावार के लिए भी पशुओं को पौष्टिक आहार, हरा चारा दिया जाना भी जरूरी है।
कार्यक्रम में आई.पी.एफ.आर.आई झाँसी के डायरेक्टर श्री व्ही.के. यादव ने कहा कि हरे चारे की पैदावार बढ़ाने के लिए हम कार्य-योजना तैयार कर काम करेंगे। इसके लिए जब भी आवश्यकता हो, हम प्रदेश में नि:शुल्क सेवाएँ देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के जिलों की जलवायु, मिट्टी एवं उपलब्ध संसाधनों के आधार पर हम चारा फसलों की पैदावार करेंगे, जिससे कम समय में अधिक से अधिक हरा चारा प्राप्त कर सके।
कार्यशाला में आई.जी.एफ.आर.आई. झाँसी के वरिष्ठ संचालक श्री व्ही.के. यादव सहित अन्य वैज्ञानिक भी शामिल हुए। वैज्ञानिकों ने प्रदेश के समस्त जिलों के पशु-चिकित्सकों को चारा उत्पादन एवं संरक्षण पर जानकारी उपलब्ध कराई गई। कार्यशाला में विभागीय सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित बिन्दुओं पर भी चर्चा की गई।
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