कोरोना महामारी की वजह से देशव्यापी लॉकडाउन की इस स्थिति में न केवल इंसान परेशान हैं, बल्कि सड़कों-गलियों में घूमने वाले निराश्रित जानवरों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर शहरी क्षेत्रों में लॉकडाउन के कारण दुकानें, होटल आदि सब बंद है तथा लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं इसलिए इन निराश्रित जानवरों को भोजन नहीं मिल पा रहा। इन बेजुबान जानवरों का पेट लोगों द्वारा दिए जाने वाली खाद्य सामग्रियों से ही भरता है।
ऐसे में उत्तराखण्ड पशुपालन विभाग जिला प्रशासन एवं स्थानीय NGO की मदद से इन जानवरों की मदद को आगे आई है। पशुपालन विभाग के चिकित्सक व कर्मचारी लगातार उत्तराखण्ड के शहरी क्षेत्रों में लोगों के जन सहयोग से निराश्रित पशुओं के चारा दाना तथा अन्य खाद्य सामग्रियां उपलब्ध करा रहे हैं। इसके साथ ही पशुपालन विभाग उत्तराखण्ड के सभी जनपदों के चारा बैंकों में कॉम्पैक्ट फीड ब्लॉक (CFB) की आपूर्ती निरंतर की जा रही है ताकि दुधारू पशुओं के लिए चारा उपलब्ध रहे।
पशुपालन विभाग उत्तराखण्ड के निदेशक डॉ के०के० जोशी द्वारा अवगत कराया गया कि कोरोना वायरस महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति को मद्देनजर रखते हुए उत्तराखण्ड राज्य में पशुपालकों की समस्याओं के निराकरण हेतु उत्तराखण्ड के सभी जनपदों के लिए नोडल ऑफिसर बना दिए गए हैं तथा मंडल एवं राज्य स्तर पर भी नोडल ऑफिसर नियुक्त किये गए हैं जिनके हेल्पलाइन नंबर पशुपालन विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
पिथोरागढ़ में ग्रामीण महिलाओं ने पेश की मिशाल
जनपद पिथोरागढ़ में लॉकडाउन के चलते सड़कों पर घूमने वाले निराश्रित पशुओं के लिए भोजन का संकट खड़ा हो गया था। ऐसे में पशुपालन विभाग की पहल पर रियांसी क्षेत्र की महिलाएं आगे आई हैं। उन्होंने स्वयं खेतों से जई घास काटकर पशुपालन विभाग के विभागीय वाहन में भरा, जिसे पिथोरागढ़ शहर के लगभग 80 निराश्रित गोवंशीय पशुओं को उपलब्ध कराया गया।
देहरादून में स्थापित की रसोई
देहरादून में पशुपालन विभाग अपने स्तर से गोवंशीय पशुओं के लिए कॉम्पैक्ट फीड ब्लॉक तथा कुत्तों के लिए रोटी अंडे की व्यवस्था कर रहा है। इस व्यवस्था के लिए विभाग के पास अलग से कोई बजट नहीं है पर कुछ जनसहयोग से ये प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी देहरादून डॉ एस०बी० पाण्डेय के अनुसार देहरादून में एक रसोई बनाई गयी है जिसमें निराश्रित पशुओं के लिए बड़े पैमाने पर रोटियां तैयार कर निराश्रित पशुओं को उपलब्ध कराई जा रही हैं तथा गौवंशीय पशुओं और गधों को सूखे चारे के रूप में कॉम्पैक्ट फीड ब्लॉक दिए जा रहें हैं। देहरादून में निराश्रित कुत्तों की संख्या काफ़ी अधिक होने के कारण बड़ी संख्या में पशु प्रेमी एवं समाजसेवी संस्थाए भी इनको भोजन उपलब्ध करा रही है।
अल्मोड़ा में पशुपालन विभाग के भैसवाड़ा प्रक्षेत्र से की गयी चारे की व्यवस्था
अल्मोड़ा में डीएम के निर्देश में पशुपालन विभाग की टीम नगर में जानवरों को चारा खिला रही है। पशुपालन विभाग की ओर से पशुओं के लिए कॉम्पैक्ट फीड ब्लॉक की व्यवस्था की जा रहीं है। पशुचिकित्सा अधिकारी, मौलेखाल (सल्ट) द्वारा मोहान सल्ट अल्मोड़ा में 38 खच्चरों का परीक्षण एवं पशु खाद्यान का वितरण किया गया। अल्मोड़ा शहर के चौधानपाटा, पोस्ट ऑफिस, आकाशवाणी, दुगलखोला, नरसिंह बाड़ी के आसपास रहने वाले बेसहारा पशुओं के लिए पशुपालन विभाग के भैसवाड़ा प्रक्षेत्र द्वारा चारे की व्यवस्था की गई। इस कार्य के श्री टीटू पंत सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा भी सहयोग किया गया।
स्थानीय निकाय, NGO एवं पशुपालन विभाग की संयुक्त टीम कर रही कार्य
नगर पालिका परिषद चिन्यालीसौड़ एवं पशुपालन विभाग चिन्यालीसौड़, उत्तरकाशी के परस्पर सहयोग से निराश्रित पशुओं को चारा उपलब्ध कराया जा रहा है। लॉकडाउन के चलते निराश्रित पशुओं के लिए भोजन/चारे की कमी को पूरा करने के क्रम में उत्तरकाशी जनपद के समस्त पशुचिकित्साधिकारियों द्वारा नगरपालिका के सहयोग से निरंतर भोजन/ चारे की व्यवस्था की जा रही है।
जनपद टिहरी गढ़वाल पशुपालन टीम द्वारा पशु चिकित्सा एवं निराश्रित पशुओं को दाना एवम् पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। पशुपालन विभाग सतपुली एवं नगर पंचायत सतपुली (पौड़ी गढ़वाल) की संयुक्त टीम द्वारा चार स्थान निर्धारित कर निराश्रित गोवंशीय पशुओं को भरण पोषण हेतु भूसा चारा उपलब्ध कराया जा रहा है।
जनपद नैनीताल के अंतर्गत विकासखंड हल्द्वानी में पशुपालन विभाग एवं स्थानीय NGO के सहयोग से निराश्रित गोवंशीय पशुओं को चारा खिलाया जा रहा है। इसके अलावा निराश्रित पशुओं के उपचार की सेवाएं भी पशुपालन विभाग द्वारा निरंतर दी जा रही हैं।
हरिद्वार एस.पी.सी.ए. टीम व पशुपालन की टीम कर रही संयुक्त रूप से कार्य
मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी हरिद्वार डॉ बी०सी० कर्नाटक के नेतृत्व में पशुपालन विभाग एवं हरिद्वार एस.पी.सी.ए. टीम संयुक्त रूप से निराश्रित गोवंश, स्वान, खच्चर आदि की नियमित सेवा हरा चारा, बिस्कुट पौष्टिक आहार उपलब्ध कराकर विगत कई दिन से लगातार कर रही हैं।
लॉकडाउन की स्थिति की वजह से पशुपालकों को हुई चारे की समस्या को दूर करने के लिए पशुपालन विभाग की टीम हरिद्वार के कई क्षेत्रों में लगातार भूसा व साइलेज पशुपालकों को उपलब्ध करा रही है। रुड़की तथा नगर पंचायत झबरेड़ा, जनपद हरिद्वार में स्वतंत्र विचरण करने वाले गोवंशीय एवम् श्वान पशुओ को पशुपालन विभाग की टीम द्वारा भोजन की व्यवस्था की जा रही है।सभी फोटो: साभार पशुपालन विभाग, उत्तराखण्ड
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