पोल्ट्री में माइकोटॉक्सिकोसिस
माइकोटॉक्सिकोसिस एक कवक द्वारा उत्पादित प्राकृतिक विष के कारण होने वाली बीमारी है। यह आमतौर पर तब होता है जब विष पैदा करने वाले कवक अनाज में उगते हैं और मुर्गियों को खिलाते हैं। अब तक सैकड़ों >>>
माइकोटॉक्सिकोसिस एक कवक द्वारा उत्पादित प्राकृतिक विष के कारण होने वाली बीमारी है। यह आमतौर पर तब होता है जब विष पैदा करने वाले कवक अनाज में उगते हैं और मुर्गियों को खिलाते हैं। अब तक सैकड़ों >>>
रासायनिक पदार्थों का मानकता के अनुरूप सही रूप में, प्रयोग नहीं करने पर मनुष्य और पशुओं, के शरीर में पहुंचकर घातक प्रभाव प्रकट करते हैं जिसके फलस्वरूप पशु की >>>
केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (सीआइआरबी) के वैज्ञानिको ने एक और बड़ी खोज की है। वैज्ञानिको ने तीन साल में तैयार की पशु में प्रेग्नेंसी जाँच किट, जिससे मात्र 10 रुपये में हो सकेगी पशुओं में गर्भ की >>>
ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालक अपने पशुओं के उपचार के लिए एलोपैथिक औषधियों एवं आयुर्वेदिक घरेलू उपचार पर निर्भर रहते हैं। वर्तमान में लोकप्रिय होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक जर्मनी के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. हैनीमैन थे >>>
पशुओं में संक्रामक रोगों से बचाव हेतु निम्नलिखित उपाय अपनाने चाहिए: प्रथक्करण- संक्रामक रोग का संदेह होते ही रोगी पशु को स्वस्थ्य पशु से अलग कर देना चाहिए। रोगी पशु को एक अलग जगह बाँध कर उसे स्वस्थ पशुओं के साथ ना ही बाँधना चाहिए और ना ही उनके साथ बाहर घूमने देना चाहिए। >>>
एक साथ बहुत सारे पशुओं को हार्मोन के टीके लगा कर गर्मी में लाने की विधि को इस्ट्रस सिंक्रोनाइजेशन कहते हैं। इस विधि से श्रम और समय में कमी आती है तथा गायों भैंसों को योजनाबद्ध तरीके से कृत्रिम गर्भ >>>
विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर केंद्रीय मत्स्यपालन पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री गिरिराज सिंह की अध्यक्षता में वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हर साल पहली जून को विश्व दुग्ध दिवस के रूप में मनाया >>>
बायपास प्रोटीन उच्च उपज देने वाले पशुओं की आवश्यकताओं को पूरा करने का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, लेकिन बेहतर परिणाम तब प्राप्त किए जा सकते हैं जब आहार प्रोटीन में डिग्रेडेबल प्रोटीन और बाईपास प्रोटीन >>>
जून/ जेठ: पशुओं को लू से बचाएं। पर्याप्त मात्रा में हरा चारा दें। अंत: परजीवी से बचाव हेतु औषधि पान कराएं। खरीफ के चारे मक्का लोबिया की खेत की तैयारी करें। सूखे खेत की चरी न खिलाएं अन्यथा >>>