मादा गोवंशीय पशुओं की देखभाल
देश की गोवंशीय पशुओं की आबादी संसार में सर्वाधिक है एवं दुग्ध उत्पादन में भी हम शीर्ष पर हैं, किन्तु प्रति पशु उत्पादकता की दृष्टि से हम काफी पिछड़े हुये हैं। उत्पादन क्षमता का सम्पूर्ण दोहन न कर सकन >>>
देश की गोवंशीय पशुओं की आबादी संसार में सर्वाधिक है एवं दुग्ध उत्पादन में भी हम शीर्ष पर हैं, किन्तु प्रति पशु उत्पादकता की दृष्टि से हम काफी पिछड़े हुये हैं। उत्पादन क्षमता का सम्पूर्ण दोहन न कर सकन >>>
पंकज कुमार पुत्र श्री अजीत लाल, गाँव व डाकघर अमलेला, तहसील ज्वाली, ज़िला कांगड़ा का एक पढ़ा-लिखा सामान्य बेरोज़गार युवा है। परंतु उसकी सोच सामान्य नहीं थी। वह प्रतिदिन अपने सीमित संसाधनों से ही अपने लिए >>>
ऊंट सरंक्षण के लिए 23 करोड़ रूपये की नई योजना बनाई गयी है। उन्होंने बताया कि ऊंट संरक्षण के लिए एक कमेटी भी बनाई गयी है, जिसके बेहतर प्रबंधन के लिए सभी >>>
खेती-बाड़ी के साथ-साथ पशुपालन ग्रामीण आंचल में आजीविका का एक मुख्य साधन है। ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अर्थात मुझे अन्धकार से प्रकाश की ओर ले चलो। शिक्षा प्राप्ति ही एक ऐसा साधन है जो मनुष्य को अन्धकार >>>
भारत सरकार के राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजनान्तर्गत तथा उत्तर प्रदेश पशुधन विकास परिषद् लखनऊ द्वारा वित्तपोषित ‘‘मल्टीपर्पज आर्टीफिशिअल इन्सेमिनेशन टेक्नीशियन इन रूरल इंडिया” (मैत्री) के 90 दिवसीय प्रशि >>>
रूमन अम्लीयता यह रोमन्थी पशुओं का वह रोग है जो कि उन पदार्थो के अधिक मात्रा में खाने से होता है जिसमें बहुत ज्यादा कार्बोहाइड्रेट सर्करा पाया जाता है। यह स्थिति मुख्यतः किसी किसी त्योहार या समारोह >>>
पशुपालन में तनाव प्रबंधन अति महत्वपूर्ण विषय है। परन्तु ये बछड़ों एवं बछड़ियों में तनाव प्रबंधन प्रमुख मुद्दों में से एक है। यह पशुओं की संपूर्ण उत्पादकता और स्वास्थ्य में बाधा डालता है। बछड़े एवं बछड़ >>>
एक दुग्ध व्यवसाय की आर्थिक सफलता पशुओ के उत्पादक और प्रजनन प्रदर्शन से निर्धारित होती है। लैंगिक परिपक्कता, विलंबितयौन परिपक्वता, कम गर्भधारण दर >>>
ममीफिकेशन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा गर्भाशय में बच्चा मर कर सूख जाता है तथा इसे ममीभूत गर्भ कहते हैं। ऐसा प्रायः गायों में अधिक होता है। इसमें बच्चा गर्भावस्था के पूरे समय तक जीवित नहीं रह पाता >>>
अफारा का अर्थ रूमेन रोमांथिका में अत्यधिक मात्रा में गैस का इकट्ठा होना है। रूमन में सामान्य तौर पर हल्की गैस बनती रहती है। गैस के एकत्रित होने का कारण गैस के >>>
कहते है जल है तो कल है, हिन्दी भाषा के प्रसिद्ध कवि रहीम ने कहा था रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून, यह कहावत एवं दोहा जल की अनिवार्यता बताने के लिए काफी है। पौधों में लगभग 10 से 90 प्रतिशत तक >>>
ब्यॉंत के 60 दिन पूर्व का समय शुष्क काल अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है इसमें पशु खुद को अगले दुग्ध उत्पादन के लिए तैयार करता है। दुग्ध काल के विपरीत शुष्क काल के अंतर्गत दीर्घ प्रकाश अवधि का प्रभाव एकदम >>>
भारतीय समाज में अंधविश्वास बहुत आम है, और गांवों में इस तरह की प्रथाएं अशिक्षा, सामान्य समझ और वैज्ञानिक जागरूकता की कमी के कारण अधिक प्रचलित हैं। पशुपालन में सदियों पुरानी मिथ्याएँ मौजूद हैं, जो >>>
पशुओं के अंतिम तीन महीने तथा प्रसव काल की अवधि जोखिम भरी होती है, इसलिए पशुपालकों को पशुओं के ब्याने के समय और उसके तुरंत बाद की सावधानियों की जानकारी होना अति आवश्यक है ताकि संभावित जोखिमों को टाला >>>