पशुपालन

भारत में स्वदेशी गाय की महत्ता एवं उसका व्यवसायिक उपयोग

हिंदू धर्म में गाय को माता कहा गया है। पुराणों में धर्म को भी गौ रूप में दर्शाया गया है। भगवान श्री कृष्ण गाय की सेवा अपने हाथों से करते थे, और इनका निवास भी गोलोक बताया गया है। इतना ही नहीं गाय को >>>

पशुओं में गर्भपात के प्रमुख कारण एवं निवारण
पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में गर्भपात के प्रमुख कारण एवं निवारण

पशुओं में गर्भपात की समस्या पशुपालकों की अर्थव्यवस्था पर बहुआयामी नकारात्मक प्रभाव डालती है जैसे- भविष्य की पीढ़ी की हानि, 2 बच्चों के जन्म के मध्य अधिक समय >>>

पशुओं की बीमारियाँ

गाय एवं भैंस में मसृणित गर्भ की पहचान एवं उपचार

गाय एवं भैंसों में अधिकांशत गर्भावस्था के 4 से 6 महीने के बाद बच्चे की मृत्यु हो जाती है तथा जीवाणु या विषाणु का संक्रमण हो जाने से बच्चे का शरीर धीरे धीरे सड़ता या पचता रहता है इसे बच्चे का मेसीर >>>

पशुपोषण

अधिक उत्पादन हेतु पशुओं को आहार एवं जल/ पानी देने के नियम

सामान्यता एक वयस्क पशु को प्रतिदिन 6 किलो सूखा चारा और 15 से 20 किलो तक हरा चारा खिलाना चाहिए। फलीदार और बिना फलीदार हरे चारे को समान अनुपात में मिलाकर खिलाना चाहिए। >>>

डेरी पालन

वाणिज्यिक खेती को प्रभावित करने वाले कारक

भारत में, आज की अवधि महानगरों और बड़े शहरों के शहरी और पेरी-शहरी क्षेत्रों में वाणिज्यिक डेयरी फार्मों की बढ़ती संख्या के रूप में उभर रही है। >>>

मार्च फाल्गुन माह में पशुपालन कार्यों का विवरण
पशुपालन

मार्च/ फाल्गुन माह में पशुपालन कार्यों का विवरण

मार्च/ फाल्गुन पशुशाला की सफाई व पुताई करें। नर पशुओं का बधियाकरण कराएं। खेतों में चरी सूडान तथा लोबिया की बुवाई करें। गाय भैंस व बकरी का क्रय करें। मौसम में परिवर्तन से पशुओं का बचाव करें। >>>

पशुपालन समाचार

अन्तिम छोर पर बैठे पशुपालकों को मिले पशुपालन के नवीनतम ज्ञान का लाभ- राज्यपाल श्री कलराज मिश्र

राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा है कि पशुओं से गुणवत्तापूर्ण उत्पाद प्राप्त करने के लिए उन्हें अच्छा पोषण भी दिया जाए। उन्होंने कहा कि पशुधन संरक्षण के लिए समाज में जागरूकता लाने की आवश्यकता है। >>>

पशु के शव (मृत शरीर) का निस्तारण/ कारकस डिस्पोज़ल
पशुओं की बीमारियाँ

पशु के शव (मृत शरीर) का निस्तारण/ कारकस डिस्पोज़ल

पशुपालन में पशु एक जीव मात्र है इसलिए पशु में सामान्य या कभी कभी असामान्य मृत्यु का होना, आम बात है। मृत पशुओं एवं इनसे पनपने वाले रोग के नियंत्रण के लिए पशु के मृत शरीर का उचित निपटान बहुत ही आवश्य >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल कैसे करें: एक परिचय

भारतीय अर्थव्यस्था में पशुपालन का बड़ा ही महत्वपूर्ण स्थान रहा है, खासकर ग्रामीण किसानो की आय का प्रमुख स्रोत पशुपालन ही है। किसानों के लिए सुचारु पशुपालन पशु के स्वास्थ्य की उचित देखभाल और प्रबंधन >>>

पशुपालन समाचार

उन्नत नस्ल के पशुधन से पशुपालन व्यवसाय को लाभकारी बनायें- श्री लालचन्द कटारिया

कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री लालचन्द कटारिया ने कहा कि प्रदेश के पशुपालकों के हित >>>

पशुपालन

गर्भित पशुओं में ड्राई पीरियड (सूखी अवधि) करने की विधि एवं पशु का संवर्धन

पशुपालन को सफल बनाने एवं किसान को और अधिक लाभ पहुचाने में गर्भावस्था के आखिरी के दो महीने के दौरान पशु का ध्यान रखना अति आवश्यक होता है। दुधारू पशुओं मे गर्भावस्था के आखिरी के दो महीने को ड्राई >>>

पशुओं में संक्रामक रोग
पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में संक्रामक रोग: कारण, लक्षण एवं बचाव

कृषि प्रधान भारतवर्ष की अर्थव्यवस्था में पशुधन व्यवसाय का महत्वपूर्ण योगदान है। यह नि:संदेह अधिकांश जनसंख्या के जीविकोपार्जन का साधन है। रोज़गार की कमी और कृषि योग्य भूमि की कमी की स्थिति में अधिकांश >>>

दुधारू पशुपालकों की आमदनी निर्धारित करती फैट की मात्रा एवं उससे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
डेरी पालन

दुधारू पशुपालकों की आमदनी निर्धारित करती फैट की मात्रा एवं उससे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

फैट अर्थात वसा दूध का अभिन्न हिस्सा होता है और अनेकों फैटी एसिड मिलकर फैट का निर्माण करते हैं, जो की मानव आहार का एक महत्वपूर्ण पोषक तत्त्व मन जाता है। डेरी फार्मिंग में फैटी एसिड प्रोफाइल को कच्चे >>>

शूकर पालन

सूअर पालन मादा प्रजनन: एक परिचय

हमारे देश मे पशुपालन का प्राचीन काल से ही बड़ा महत्व है। समय के साथ हमारे देश की आवादी बढ़ती जा रही है। आवादी बढ़ने के साथ देश खाद्य सुरक्षा तथा पोषण सुरक्षा संबंधित चुनोतियों का सामना कर रहा है >>>