पशुपालन समाचार

डेयरी विकास के लिए एनडीडीबी और असम सरकार के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर

केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री, श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने आज गुवाहाटी में कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने में पशुपालन क्षेत्र सहायता कर >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में दुग्ध ज्वर: मिल्क फीवर

दुग्ध ज्वर को प्रसवकालीन ज्वर, दूध का बुखार तथा प्रसवकालीन रक्त मूर्दा के नाम से भी जाना जाता है। इसमें मुख्यतः मांसपेशियाँ कमजोर हो जाती हैं >>>

पशुपालन

सर्दियों में पशुओं का समुचित प्रबंधन

सर्दियों में पशुओं को ठंड से बचाना अत्यावश्यक है। यदि पशु को ठंडी हवा व धुंध/ कोहरा से बचाव का समुचित प्रबंध ना हो तो पशु बीमार पड़ जाते हैं जिससे उनके उत्पादन में तो गिरावट आती ही है साथ ही साथ पशु >>>

पशुओं की बीमारियाँ

अनु उत्पादक गायों में बिना बच्चा दिए दुग्ध उत्पादन की उत्तम तकनीक

श्वेत क्रांति के जनक स्वर्गीय वर्गीज कुरियन के अथक प्रयास के परिणाम स्वरूप आज के परिवेश में गांव -गांव में शंकर गाय आम तौर पर देखी जा सकती हैं। इससे दुग्ध उत्पादन में भारत पूरे विश्व में प्रथम स्थान >>>

Parotitis
पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में लार ग्रंथियों की सूजन (Parotitis)

पशुओं में पैरोटिड, मैंडीबुलर और सब-लिंगुवल एक एक जोड़ी लार ग्रंथियां होती हैं परंतु अधिकांशत: इनमें पैरोटिड ही अकसर प्रभावित होती है इसीलिए इसे पैरोटाइटिस कहा जाता है जो अंत में अक्सर फोड़े के रूप >>>

पशुओं की बीमारियाँ

कॉन्टेजियस बोवाइन प्लयूरो निमोनिया: (सीं.बी.पी.पी.)

कॉन्टेजियस बोवाइन प्लयूरो न्यूमोनिया गायों में पाया जाने वाला एक अति संक्रामक रोग है जिसमें फेफड़ों एवं फेफड़ों को घेरे रहने वाली झिल्ली प्लयूरा अत्याधिक प्रभावित होती है। भारत में यह रोग पूर्वी राज >>>

पशुओं की बीमारियाँ

डेयरी पशुओ में बांझपन की समस्या एवं उसका समाधान

हमारे देश की अर्थव्यवस्था में पशु पालन व्यवस्था का एक अलग ही महत्व है। लेकिन पशुओं में बांझपन की समस्या पशुपालन व्यवस्था में बडे़ नुकसान के लिए जिम्मेदार है। बांझ पशुओ को पालना मतलब आर्थिक बोझ को बढ़ >>>

पशुओं की बीमारियाँ

थनैला रोग की पहचान एवं उपचार

थनैला रोग एक विश्वब्यापी बीमारी है जो केवल दुधारू पशुओं को ही प्रभावित करती है। यह रोग प्रमुखतः कुप्रबन्धन के कारण होती है। इस रोग में पशु की दूध उत्पादन क्षमता एवं दूध की गुणवत्ता विशेषकर वसा की मात्रा सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। >>>

पशुपालन

भूमि सुपोषण से ही संभव है गौ-संवर्धन

गौ-संवर्धन करने हेतु हमारे देश मे हजारो की संख्या मे गोशालाये खोली जा चुकी है परंतु फिर भी गाय को बड़ी ही आसानी से सड़क पर आवारा पशु के रूप मे देखा जा सकता है l >>>

पशुपालन

नवजात बछड़े एवं बछिया की देखभाल

नवजात बछड़े /बछियों में रोगों से लड़ने की क्षमता बहुत कम होती है। खींस पिलाना मां से ऐसी रोग प्रतिरोधक क्षमता बच्चे में पहुंचाने का प्राकृतिक तरीका है। खीस नवजात >>>

पशुओं में होनें वाले न्यूमोनिया रोग
पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में होनें वाले न्यूमोनिया रोग और उससे बचाव

न्यूमोनिया फेफड़ों का शोध होता है जिसमें श्वास गति बढ़ जाती है, सांस लेने में कठिनाई होती है, पशु लम्बी सांस लेता है तथा खांसी आती है। इसका प्रकोप या ता धीरे-धीरे होकर कुछ ही खंडों को प्रभावित करता >>>

दुधारू पशुओं में इस्ट्रस सिंक्रोनाइजेशन
पशुपालन

दुधारू पशुओं में इस्ट्रस सिंक्रोनाइजेशन की उपयोगिता एवं विधियां

एक साथ बहुत सारे पशुओं को हार्मोन के टीके लगा कर गर्मी में लाने की विधि को इस्ट्रस सिंक्रोनाइजेशन कहते हैं। इस विधि से श्रम और समय में कमी आती है तथा गायों भैंसों को योजनाबद्ध तरीके से कृत्रिम गर्भ >>>

पशुपालन समाचार

डेयरी क्षेत्र 8 करोड़ से अधिक डेयरी किसानों की आजीविका का स्रोत– श्री गिरिराज सिंह

विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर केंद्रीय मत्स्यपालन पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री गिरिराज सिंह की अध्यक्षता में वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हर साल पहली जून को विश्व दुग्ध दिवस के रूप में मनाया >>>