8 जुलाई 2019: नई दिल्ली में आज राज्य के कृषि मंत्रियों के सम्मेलन में कहते हुए, केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री, श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कृषि में नई चुनौतियां हैं, छोटे किसानों को जमीनी स्तर पर प्रौद्योगिकी के साथ मदद करने की आवश्यकता है ताकि इनपुट लागत को कम किया जा सके। उन्होंने आगे कहा कि किसान को नियमित रूप से अपनी मिट्टी का परीक्षण करना चाहिए और जैविक खेती की प्रगति को तेज करने की आवश्यकता है। श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आगे कहा कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिया जाना चाहिए, e-NAM के माध्यम से कृषि विपणन को मजबूत किया जाना चाहिए और कृषि निर्यात को बढ़ाया जाना चाहिए।
श्री तोमर ने अपने उद्घाटन भाषण में सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और कहा कि केंद्रीय बजट 2019 की घोषणा के बाद राज्यों के साथ यह पहला सम्मेलन है। उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण पर जोर दिया और राज्यों से किसानों के लिए बेहतर आय सृजन के लिए खेती की लागत को कम करने के उपाय अपनाने का आग्रह किया। खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सभी राज्यों को धन्यवाद देते हुए, कृषि मंत्री ने कृषि उत्पादन के निर्यात पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने राज्यों को किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड की रिपोर्ट के आधार पर उर्वरकों के विवेकपूर्ण उपयोग की सुविधा देने के अपने प्रयासों को प्राथमिकता देने और लिए कहा।
कृषि मंत्री ने राज्यों से ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई और जल संचयन के माध्यम से जल संरक्षण प्रथाओं पर किसानों के बीच जागरूकता पैदा करने का अनुरोध किया। उन्होंने क्षेत्र स्तर पर किसान कल्याण योजनाओं और कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए केंद्र के साथ तालमेल विकसित करने के लिए राज्यों की आवश्यकता पर जोर दिया। श्री तोमर ने भविष्य के लिए नीति निर्देशों बनाने हेतु अपने सुझाव और प्रतिक्रिया देने के लिए राज्यों से कहा।
श्री संजय अग्रवाल, कृषि सचिव ने माननीय मंत्रियों का स्वागत किया और खरीफ सत्र की शुरुआत में इस सम्मेलन के आयोजन के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। PM Kisan की सफलता के लिए राज्यों का आभार व्यक्त करते हुए सचिव ने कहा कि सभी राज्यों ने बहुत कम समय में सराहनीय काम किया है।
12 राज्यों के राज्य कृषि मंत्री, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उपस्थित थे। सम्मेलन के सुबह के सत्र में पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan), प्रधानमंत्री किसान धन योजना, किसान क्रेडिट कार्ड (KCC), पीएम फासल बीमा योजना (PMBY), ई-नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट (e-NAM) के सम्बन्ध में विस्तार से बताया गया।
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