दही एक प्राकृतिक स्वास्थ्य संवर्धित पोषाहार
दही को भारत, बंगलादेश, नेपाल में दही या दधी कहा जाता है तो यूरोप सहित तुर्की और विश्व के अधिकतर क्षेत्रों में योगर्ट, तुर्कस्तान में बुसा, ईटली में सीड्डू >>>
दही को भारत, बंगलादेश, नेपाल में दही या दधी कहा जाता है तो यूरोप सहित तुर्की और विश्व के अधिकतर क्षेत्रों में योगर्ट, तुर्कस्तान में बुसा, ईटली में सीड्डू >>>
अच्छा दाम पाने के लिए पशुपालक दूध बेचने के साथ-साथ दुग्ध प्रसंस्करण द्वारा दूध से पदार्थों को तैयार करके बाजार में बेच कर और भी अच्छा लाभ कमा सकते हैं। >>>
परिचय भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ अधिकतर जनसंख्या खेती आधारित व्यवसाय करती है। मिश्रित खेती के रूप में खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करते है। परन्तु पशुओं को साल भर हरा चारा नहीं मिल पाता है। इस >>>
सामान्यता एक वयस्क पशु को प्रतिदिन 6 किलो सूखा चारा और 15 से 20 किलो तक हरा चारा खिलाना चाहिए। फलीदार और बिना फलीदार हरे चारे को समान अनुपात में मिलाकर खिलाना चाहिए। >>>
भारत में, आज की अवधि महानगरों और बड़े शहरों के शहरी और पेरी-शहरी क्षेत्रों में वाणिज्यिक डेयरी फार्मों की बढ़ती संख्या के रूप में उभर रही है। >>>
एलोवेरा एक औषधीय पौधा है जिसे घ्रतकुमारी क्वारगंदल अथवा ग्वारपाठा के नाम से भी जाना जाता है एलोवेरा का उद्दगम स्थान उत्तरी अफ्रीका है एलोएवेरा वनस्पतिक एश्फोडिलेसी (लिलियेसी) कुल का पौधा है एलोवेरा >>>
फैट अर्थात वसा दूध का अभिन्न हिस्सा होता है और अनेकों फैटी एसिड मिलकर फैट का निर्माण करते हैं, जो की मानव आहार का एक महत्वपूर्ण पोषक तत्त्व मन जाता है। डेरी फार्मिंग में फैटी एसिड प्रोफाइल को कच्चे >>>
थनैला एक जीवाणु जनित रोग है। यह रोग दूध देने वाले पशुओं एवं उनके पशुपालको के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। यह बीमारी समान्यतः गाय, भैंस, बकरी एवं सूअर समेत लगभग सभी पशुओं में पायी जाती है, जो अपने >>>
हालांकि, जमे हुए दूध अर्थात दही को मथ कर मक्खन निकाल लेने के बाद बची छाछ आमतौर पर एक उपेक्षित पेय पदार्थ है लेकिन यदि आप भोजन के बाद एसीडिटी से परेशान हैं? थक गए और दिनभर धूप में काम करने के बाद घर >>>
पशुओं की नस्ल में सुधार और दुग्ध उत्पादन में अप्रत्याशित वृद्धि से पशुपालकों का आर्थिक सशक्तिकरण होगा। दतिया और आसपास के 17 जिलों के पशुपालक होंगे लाभान्वित। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दतिया >>>
दूध एक बहुत ही पौष्टिक खाद्य पदार्थ है। इसके उपभोग से हमें उत्तम गुणवत्ता की प्रोटीन, उर्जादायक वसा तथा हड्डियों के विकास के लिए आवश्यक खनिज लवण जैसे कैल्शियम व फॉसफोरस आदि संतुलित मात्रा में >>>
पशुपालकों के लिए गाय/भैंस के ब्याने के बाद (प्रसवोत्तर) 100 दिन की अवधि अत्यंत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इन्हीं दिनों में डेयरी व्यवसाय से होने वाले लाभ का निर्धारण होता है। इन 100 दिनों में पशु >>>
स्वच्छ दुग्ध उत्पादन (Clean Milk Production) दूध एक सम्पूर्ण आहार है जिसका जीवनकाल अल्प अवधि का होता है। दूध किसी भी जीव के लिए एक पौष्टिक आहार है। यदि दूध में जीवाणुओं की संख्या ज्यादा होती है >>>
खाद्य पदार्थों की पसंद को प्रभावित करने वाले कारकों में से उनके रंगों का महत्वपूर्ण स्थान है। दूध के संवेदी गुण जैसे कि दिखावट, बनावट, रंग, स्वाद और सुगंध आदि उत्पाद की गुणवत्ता और उपभोक्ता स्वीकृति >>>