पशुओं की बीमारियाँ

बकरियों को होने वाले मुख्य रोग, उनकी पहचान एवं उपचार कैसे करें

बकरियों को होने वाले रोग, उनके लक्षण एवं उपचार बकरी जिसे गरीबों की गाय भी कहा जाता है किसानों के लिए आय बढ़ाने का अच्छा जरिया है। सामन्यतः बकरी पालन में बहुत कम खर्च आता है परन्तु यदि यदि बकरियों को >>>

पेस्ट- डेस-पेटिट्स- (पीपीआर, बकरी प्लेग)
पशुओं की बीमारियाँ

पेस्ट-डेस-पेटिट्स- पीपीआर रोग, बकरी प्लेग

बकरी प्लेग यह बकरियों और भेड़ों की एक तीव्र, अत्यधिक संक्रामक बीमारी है, जिसके विशेष लक्षण बुखार, एनोरेक्सिया, लिम्फोपेनिया, इरोसिव स्टामाटाइटिस, दस्त, मुख-नाक स्त्राव और श्वसन संकट हैं। >>>

वैज्ञानिक विधि से बकरी पालन
भेड़ बकरी पालन

वैज्ञानिक विधि से बकरी पालन: स्वरोजगार का उत्तम विकल्प

बकरी पालन एक ऐसा कार्य है जिसे करने के लिए बहुत अधिक संसाधन, शिक्षा और श्रम की आवश्यकता नहीं होती है। ग्रामीण किसान, भूमिहीन मजदूर , महिलाएं आदि बकरी पालन >>>

बकरी पालन- दो लाभी व्यवसाय
भेड़ बकरी पालन

बकरी पालन- दो लाभी व्यवसाय

आमतौर पर बकरी को गरीब की गाय भी कहा जाता है जो गाय की ही तरह एक छोटे परिवार के लिए दुग्धोत्पादन कर उसके सदस्यों की दुग्ध आपूर्ति को पूरा करने में सक्षम मानी जाती है। बकरी एक दोलाभी पालतू पशु है, >>>

भेड़ बकरी पालन

बहु-आयामी भेड़ पालन

भेड़ पालन में छोटे और सीमांत किसानों और भूमिहीन मजदूरों का बड़ा हिस्सा, मुख्यतः पहाड़ी क्षेत्रों में अपनी आजीविका के लिए लगा हुआ है। यह भारत के कुछ क्षेत्रों के लोगों के पारंपरिक व्यवसाय और व्यापार का मुख्य साधन है >>>

बकरियों एवं भेड़ों की महामारी: पी.पी.आर.
पशुओं की बीमारियाँ

बकरियों एवं भेड़ों की महामारी: पी.पी.आर.

वर्तमान परिदृश्य में बकरी और भेड़ पालन गरीब मजदूर पशुपालकों की आजीविका का एक प्रमुख साधन है। बकरियों को गरीब की गाय भी कहा जाता है। बकरी और भेड़ की संक्रामक बीमारियों में पी.पी.आर. महामारी का प्रकोप >>>

भेड़ बकरी पालन

बकरी पालन एक लाभदायक व्यवसाय

सामान्य तौर पर बकरी को गरीबों की गाय कहा जाता है। बकरी निर्धन, भूमिहीन एवं सीमांत किसानों के लिए निमित आय का स्रोत है। बकरी पालन किसानों के लिए एक लाभदायक व्यवसाय है। >>>

भेड़ बकरी पालन

एकीकृत कृषि प्रणाली में बकरी पालन, प्रबंधन एवं आर्थिक विश्लेषण

बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए कम पूँजी की आवश्यकता होती है इसलिए कोई भी बेरोजगार युवक व किसान इस व्यवसाय को शुरू कर सकता है। >>>

भेड़ बकरी पालन

बकरी उत्पादों का उपयोग

भारत में बकरियों की संख्या 13 करोड़ 50 लाख है, जिनसे प्रतिवर्ष लगभग 4600 हज़ार टन दूध उत्पादन होता है जोकि देश के कुल दुग्ध उत्पादन का लगभग 3.5 % है। देश में पाई जाने वाली बकरियों की 20 नस्लों में >> >>>

पशुपालन

महिला सशक्तिकरण का एक उत्तम उपाय: पशुपालन

पशुपालन के क्षेत्र के अंतर्गत उत्पादन में भारत में विगत दशक के दौरान उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। सकल घरेलू उत्पाद में पशुपालन का सराहनीय योगदान है। पशुपालन के क्षेत्र में उल्लेखनीय विकास को अन्य पशु प्रजाती, जैसे गाय भैंस पालन के अतिरिक्त बकरी पालन, भेड़ पालन एवं सूकर पालन आदि के क्षेत्र में ले जाने की आवश्यकता है >>>

भेड़ बकरी पालन

बकरी पालन कारोबार में मेमनों की देखभाल

बकरी पालन रोजगार आज के समय में किसानों, महिलाओं एवं व्यवसायियों के लिए सफल रोजगार साबित हो चुका है। बकरों की मांस की कमी भी कम नहीं होता है। सभी धर्म, जाति, समुदाय के लोग बकरी के पालन, उपयोग एवं इससे जुड़े कार्यों में परहेज नहीं करते हैं। >>>

पशुपालन समाचार

उत्तराखण्ड राज्य में बकरी पालन में महिलाओं की भूमिकाः आत्मनिर्भरता की ओर बढते कदम

उत्तराखण्ड जैसे विकासशील राज्य में बकरी पालन में महिलाओं की प्रमुख भूमिका है। बकरियाँ ग्रामीण महिलाओं की सामाजिक और वित्तीय दायित्वों को पूरा करने में समय से >>>

भेड़ बकरी पालन

बकरी पालन एक लाभकारी व्यवसाय

बकरी पालन व्यवसाय सबसे प्राचीनतम व्यवसायों में से एक है। महात्मा गांधी ने बकरी को गरीब की गाय कहा था इसमें कोई संशय नहीं है। इसे थोड़ी सी पूंजी लगाकर व्यवसाय प्रारंभ किया जा सकता है >>>

भेड़ बकरी पालन

बकरियों में कृत्रिम गर्भाधान: अति लाभकारी तकनीक

हालांकि कृत्रिम गर्भाधान तकनीक का उपयोग गाय तथा भैंस प्रजाति में व्यापक रूप से किया जा रहा है परन्तु बकरियों में कृत्रिम गर्भाधान का प्रचलन अभी तक कुछ सरकारी >>>